Sunday 20 March 2016

Holi Ki Umang

होली की उमंग

नमस्कार दोस्तों । मस्ती भरा, उमंग भरा होली का त्योंहार आ रहा है । आप सभी को होली की ढेर सारी अग्रिम शुभकामनाएं । सुरक्षित और आनंद भरी होली मनायें ।

होली का मौका है, फागुनी बयार बह रही है, तो मैंने भी इस बार ये ही विषय चुन लिया कुछ लिखने को, फिर जब लिखना शुरू किया तो एक कविता बनती गयी, जो आप सबके साथ साझा कर रहा हूँ । कैसी लगेगी ये तो आप अपने कमेंट्स से बता ही देंगे, फिलहाल कविता का आनंद लीजिये ।


अबकी होली में
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आओ कुछ ऐसा कर जायें यारों अबकी होली में
मनमुटाव मतभेद मिटायें यारों अबकी होली में

नहीं रहे कोई ख़फ़ा ख़फ़ा अब कोई ना नाराज रहे
नफरत कोसों दूर रहे कोई मन में मैल ना आज रहे
हर रूठों को चलो मनायें यारों अबकी होली में
प्रेम से उनको गले लगाएं यारों अबकी होली में



तरह तरह के मीठे व्यंजन खूब बनेंगे घर घर में
कुछ बच्चे भूखे भी होंगे अपने घर के बाहर में
खुद खाएं उनको भी खिलाएं यारों अबकी होली में
उनकी दुआएं घर ले आएं यारों अबकी होली में

फागुन की मस्ती में झूमें लेकिन एक ख़याल रहे
कुछ ऐसा ना कर देना की बाद में उसका मलाल रहे
सब के दिलों में बस छा जायें यारों अबकी होली में
खुशियां बाँटें ख़ुशी मनायें यारों अबकी होली में

ढोल मंजीरे चंग बांसुरी की धुन मन को भाती है
रसिकों की टोली मिल मीठे गीत फाग के गाती है
हम भी थोड़े ठुमके लगाएं यारों अबकी होली में
मस्ती हो जाये नाचे गायें यारों अबकी होली में

रंगों का त्योंहार सुहाना सबके मन खिल जाते हैं
ले के बहाना होली का कई बिछड़े हुए मिल जाते हैं
बचपन के मित्रों को बुलायें यारों अबकी होली में
सारे शिकवे गिले भुलाएं यारों अबकी होली में

रंग लगा ना पाये जिनको पिछले बरस की होली में
बहला दिया था बना बहाने फुसला दिया ठिठोली में
घर से बाहर खिंच के लाएं यारों अबकी होली में
फिर जम कर उनको रंग लगाएं यारों अबकी होली में



कौन गैर है कौन पराया धर्म जात से क्या मतलब
दूर दूर जो दिल करदे ऐसी बात से क्या मतलब
मिलजुल कर त्योंहार मनायें यारों अबकी होली में
दिल ना किसी का दुखने पाये यारों अबकी होली में

आओ कुछ ऐसा कर जायें यारों अबकी होली में
मनमुटाव मतभेद मिटायें यारों अबकी होली में


एक बार पुनः आपको होली पर्व की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ आज के लिए विदा लेता हुं । जल्दी ही फिर मिलते हैं ।

जय हिन्द

Click here to read "कलियुगी रावण" Written by Sri Shiv Sharma

*** शिव शर्मा की कलम से ***


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3 comments:

  1. वाह,मनमुटाव मतभेद मिटायें यारों अबकी होली में

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